Friday, 17 May 2019

आइये सीखें रेकी विद्या

आइये रेकी सिखिये---
reiki प्राण चिकित्सा की इस रेकी प्रक्रिया में अन्तरिक्ष में संव्याप्त प्राणशक्ति का उपयोग किया जाता है। यह सच तो हम जानते हैं कि प्राण ऊर्जा अन्तरिक्ष में व्याप्त है। पृथ्वी के लिए इसका मुख्य स्रोत सूर्य है। सूर्य से अलग- अलग तरह की तापीय एवं विद्युत चुम्बकीय तरंगे निकलकर धरती पर अलग असर डालती हैं। ठीक इसी तरह प्राण शक्ति भी एक जैव वैद्युतीय तरंग है। जो धरती में सभी जड़ चेतन एवं प्राणी- वनस्पतियों में प्रवाहित होती है। इसी की उपस्थिति के कारण सभी क्रियाशील व गतिशील होते हैं। इसी वजह से धरती में उर्वरता आती है और वनस्पतियाँ तथा जीव- जगत् स्वस्थ व समृद्ध बने रहते हैं। यह सभी कुछ प्राण शक्ति का चमत्कार है। मनुष्य भी अपनी आवश्यकतानुसार इसी प्राण शक्ति को ग्रहण करता है। इसमें अवरोध व रुकावट से ही बीमारियाँ पनपती हैं। रेकी चिकित्सा के द्वारा इस रुकावट को दूर करने के साथ व्यक्ति के अतिरिक्त प्राण शक्ति दी जाती है। इस प्राण शक्ति को ग्रहण कर वह व्यक्ति फिर से अपना खोया हुआ स्वास्थ्य पा सकता है।

रैकी चिकित्सा के लाभ

1.अपना या  किसी का  भी शारीरिक रोग ठीक किया जा सकता है।
2.अपना या किसी का  भी मानसिक रोग को बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है।
3. इसके माध्यम से किसी भी प्रकार का डर या फोबिया दूर किया जा सकता है।
4. इससे व्यक्ति का विकास कर सफलता अर्जित की जा सकती है।
5.दूर बैठे किसी भी व्यक्ति की किसी भी खराब हालात में सहायता की जा  सकती है।
6.अपने  तथा  दूसरो  के आभामंडल को clean किया जा सकता है 
7.इसके माध्यम से भूत, भविष्य और वर्तमान की घटनाओं को जाना जा सकता है।
8. अभिब्यक्ति   की योग्यता  बढाई  जा  सकती है । 
9. इसके माध्यम से किसी की भी जान बचाई जा सकती है।
10. इसके माध्यम से लोगों का दु:ख-दर्द दूर किया जा सकता है।
11. इसके माध्यम से खुद की बुरी आदतों से छुटकारा पाया जा सकता है।
12. इसके माध्यम से भरपूर आत्मविश्वास और निडरता हासिल की जा सकती है।

13.किसी को भी  नशे की लत से मुक्ति दिलाई जा सकती है । 14.अपने बयक्तित्व  को प्रभावा शाली  व अकर्षण वान बना सकते है ।   15.अभिब्यक्ति   की योग्यता  बढाई  जा  सकती है ।             16 . स्मरण शक्ति तीब्र  की जा सकती है  ।                           
17.गृह क्लेश  समाप्त किया जा सकता है ।
18रेकी सीख  कर किसी को भी अपने अनुकूल  किया जा सकता है ।
19.पति/प्रेमी व पत्नी /प्रेमिका के संबंधो में  आपार प्रगाढ़ता लायी जा सकती है ।     20.   अनिद्रा व   डिप्रेशन  से  पूरी तरह   छुट कारा पाया जा सकता है   ।   
 21.    एकग्रत्ता    बढाई       जा सकती है  ध्यान की गहराईयों मे जा सकते है
22 किसी को भी सम्मोहित कर सकते है।🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷                                                                                        घर बैठे रेकी विद्या सीखने के लिए  संपर्क करे -
Divine heals
Dinesh verma
9450284206
प्रति दिन आपको 30 मिनिट कुछ दिनों तक अपने घर पर ही रह कर अभ्यास करना है   जिससे रेकी आपके रोंम रोंम में बस जायगी ओर आप एक सफल रेकी मास्टर बन पायगें

Tuesday, 7 May 2019

What is LAMA-FERA?

About LAMA FERA

Lama means anyone who follows philosophy of Buddha, and Fera means healing around body with energy of Buddha. This method of healing has been practiced by Lamas in Tibet since ancient times.

Importance of Lama Fera :

Lama Fera is a powerful healing modaliy by which any kind of NEGATIVITY, BLACK MAGIC, SPELL, ENTITIES, KARMIC BLOCKAGE, CRITICAL ILLNESS, FINANCIAL BLOCKAGE can be removed.

The main cause of suffering according to LAMA FERA is the ignorance of the soul. And main purpose of LAMA FERA is Soul Realisation. When the soul decides to overcome the ignorance with the power of DHAMMA, SANGHA and BUDDHA, healing starts instantly. Healing happens within a fraction of second.

The Main purpose of LAMA FERA is to create a balance in physical, mental and spiritual levels.

The main causes of imbalance are :

1) Imbalance in Five Elements,

2) Imbalance in Yin and Yang, or Solar and Lunar  Channels, and

3) Imbalance in Satva, Rajas and Tamas,

4) Imbalance in Masculine and Feminine Energies.

By balancing all the above a person, a place can be healed.

HOW LAMA FERA WORKS ??

The above three cause matters a lot in our life. For example if a house is balanced according to vastu, so that there five elements and yin yang is balanced, but after that also people suffer there, that may be because of tamas energy, and other spirit, karmic, or negative energy. That tamas energy must be removed to balance the energy of a house. Here LAMA FERA balances the tamas energy, and improves satva and rajas so that the energy of house gets balanced.

FREQUENTLY ASKED QUESTIONS

1- LAMA FERA has only two levels, HEALER level which has one attunement, and MASTER level which has two powerful attunemements. After master level you can teach others.

2- LAMA FERA is different from reiki, a non reiki channel and person who doesn't know about healing can learn too. LAMA FERA works instantly, where reiki can't work.

3- LAMA FERA directly works on elements, and instantly removes the negativity from house, shop, person.

4- LAMA FERA is a powerful healing modality, and complete in itself, after learning this you don't have to wander here and there to learn more healing techniques. It is complete in itself.

5- LAMA FERA is about discipline and it is about the path of SOUL HEALING. After learning,  you will see growth in every aspect of life. But you have to maintain the purity of this modality.

6- LAMA FERA can't be learn from distance as  guided by Shri S.K.SAINI (Founder). But LAMA FERA healing can be done from  distance.

For more information and registration, please visit www.divineheals.blogspot.com

https://m.facebook.com/divinehealsdineshverma

Sunday, 14 April 2019

Treatment of migraine by divine energy

Treatment of migraine by divine energy

- First 7 teaspoon black salt on a core paper. Now let the black thread on it. Now let the pair reverse 49 times from the top of your head. Then put the pair in a drain. Then get home back. Wash the face and hand. Now 10 times Om. Now take the divine healing on your head  from divine healer. How much old disease will be fine.

Monday, 8 April 2019

जानिये आपके शरीर का कौनसा चक्र बिगडा हुवा है एवं उस को ठीक कैसे करे

 जानिये आपके शरीर का कौनसा चक्र  बिगडा हुवा है  एवं उस को ठीक कै
से करे 🔯 7 Chakra's of Our Body🔆

(1) मूलाधार चक्र
 - गुदा और लिंग के बीच चार पंखुरियों वाला 'आधार चक्र' है । आधार चक्र का ही एक दूसरा नाम मूलाधार चक्र भी है। इसके बिगड़ने से वीरता, धन ,समृधि ,आत्मबल ,शारीरिक बल ,रोजगार ,कर्मशीलता,घाटा,असफलता  रक्त  एवं हड्डी के रोग, कमर व पीठ में दर्द, आत्महत्या के  बिचार ,डिप्रेशन  ,केंसर अदि होता है।

(2) स्वाधिष्ठान चक्र
- इसके बाद स्वाधिष्ठान चक्र लिंग मूल में है । उसकी छ: पंखुरियाँ हैं । इसके बिगड़ने पर क्रूरता,गर्व,आलस्य, प्रमाद, अवज्ञा, नपुंसकता ,बाँझपन ,मंद्बुधिता ,मूत्राशय  और गर्भाशय  के रोग ,अध्यात्मिक  सिद्धी में बाधा   बैभव के आनंद में कमी  अदि होता है।

(3) मणिपूर चक्र
 - नाभि में दस दल वाला मणिचूर चक्र है । इसके इसके बिगड़ने पर तृष्णा, ईष्र्या, चुगली, लज्जा, भय, घृणा, मोह, अधूरी सफलता ,गुस्सा ,चिंचिरापन, नशाखोरी,तनाव ,शंकलुप्रबिती,कई तरह की बिमारिया ,दवावो का  काम न करना ,अज्ञात भय ,चहरे का तेज गायब ,धोखाधड़ी, डिप्रेशन,उग्रता ,हिंशा,दुश्मनी ,अपयश ,अपमान ,आलोचना ,बदले की भावना ,एसिडिटी ,ब्लडप्रेशर,शुगर,थाईरायेड,सिरएवं शारीर  के दर्द,किडनी ,लीवर ,केलोस्ट्राल,खून का रोग आदि  इसके बिगड़ने का मतलब  जिंदगी  का  बिगड़ जाना ।

(4) अनाहत चक्र
- हृदय स्थान में अनाहत चक्र है । यह बारह पंखरियों वाला है । इसके बिगड़ने पर लिप्सा, कपट, तोड़ -फोड़, कुतर्क, चिन्ता,नफरत ,प्रेम में असफलता ,प्यार में धोखा ,अकेलापन ,अपमान, मोह, दम्भ, अपनेपन में कमी ,मन में उदासी , जीवन में बिरानगी ,सबकुछ होते हुए भी बेचनी, छाती में दर्द ,साँस लेने में दिक्कत ,सुख का अभाव, ह्रदय  व फेफड़े के रोग, केलोस्ट्राल में बढ़ोतरी अदि ।

(5) विशुद्धख्य चक्र -
कण्ठ में विशुद्धख्य चक्र यह सरस्वती का स्थान है । यह सोलह पंखुरियों वाला है। यहाँ सोलह कलाएँ सोलह विभूतियाँ विद्यमान है, इसके बिगड़ने पर वाणी दोष, अभिब्यक्ति में कमी ,गले ,नाक,कान,दात, थाई रायेड, आत्मजागरण में  बाधा आती है।

(6) आज्ञाचक्र -
भू्रमध्य में आज्ञा चक्र है, यहाँ '?' उद्गीय, हूँ, फट, विषद, स्वधा स्वहा, सप्त स्वर आदि का निवास है । इसके बिगड़ने पर एकाग्रता ,जीने की चाह,निर्णय की सक्ति, मानसिक सक्ति, सफलता की राह आदि इसके बिगड़ने  मतलब  सबकुछ  बिगड़  जाने का  खतरा ।                                                     
(7) सहस्रार चक्र -
सहस्रार की स्थिति मस्तिष्क के मध्य भाग में है । शरीर संरचना में इस स्थान पर अनेक महत्वपूर्ण ग्रंथियों से सम्बन्ध रैटिकुलर एक्टिवेटिंग सिस्टम का अस्तित्व है । वहाँ से जैवीय विद्युत का स्वयंभू प्रवाह उभरता है ।इसके बिगड़ने पर  मानसिक बीमारी, अध्यात्मिकता का आभाव ,भाग्य  का साथ न देना अदि ।

🔆अपने  चक्रों और अन्य के चक्र को ठीक करे🔆

चक्रों के जाग्रत होने से व्‍यक्‍ति के पूरे व्‍यक्‍तित्‍व में सकारात्‍मक प्रभाव देखने को मिलता है।अपने चक्र को जगाने का सब से आसान तरिका है divine healing

Sunday, 7 April 2019

Divine energy दिव्य ऊर्जा के लाभ

Divine energy  दिव्य ऊर्जा

दिव्य ऊर्जा का लाभ
1  किसी का  भी शारीरिक रोग ठीक किया जा सकता है।
2. किसी का  भी मानसिक रोग को बहुत हद तक ठीक किया जा सकता है।
3. इसके माध्यम से किसी भी प्रकार का डर या फोबिया दूर किया जा सकता है।
4.  इससे व्यक्ति का विकास कर सफलता अर्जित की जा सकती है।
5.दूर बैठे किसी भी व्यक्ति की किसी भी खराब हालात में सहायता की जा  सकती है।
6. आभामंडल को clean किया जा सकता है 
7. अभिब्यक्ति   की योग्यता  बढाई  जा  सकती है । 
8. इसके माध्यम से किसी की भी जान बचाई जा सकती है।
9. इसके माध्यम से लोगों का दु:ख-दर्द दूर किया जा सकता है।
10. इसके माध्यम से खुद की बुरी आदतों से छुटकारा पाया जा सकता है।
11. इसके माध्यम से भरपूर आत्मविश्वास और निडरता हासिल की जा सकती है।
12.किसी को भी  नशे की लत से मुक्ति दिलाई जा सकती है ।
13.अपने बयक्तित्व  को प्रभावशाली  व आकर्षण वान बना सकते है ।
14. स्मरण शक्ति तीब्र  की जा सकती है  ।                           
15.गृह क्लेश  समाप्त किया जा सकता है ।
16.किसी को भी अपने अनुकूल  किया जा सकता है ।
17. संबंधो में  आपार प्रगाढ़ता लायी जा सकती है ।
18.अनिद्रा व   डिप्रेशन  से  पूरी तरह   छुट कारा पाया जा सकता है   ।   
 19. एकग्रत्ता    बढाई       जा सकती है  ध्यान की गहराईयों मे जा सकते है

Wednesday, 13 March 2019

ये 12 पौधे आपको धनवान बना देंगे, एक बार लगा कर देखें



आप मानो या न मानो लेकिन अधिकतर लोग तो मानते हैं कि धन देने वाले पेड़ और पौधे भी होते हैं। आओ जानते हैं 12 ऐसे पौधों के बारे में जिनमें से घर में दो या तीन पौधे लगाकर आप अपनी किस्मत बदल सकते हैं।

1- तुलसी का पौधा
तुलसी को माता लक्ष्मी का दूसरा रूप माना गया है। घर में तुलसी का पौधा पूर्व दिशा या ईशान कोण में लगाएं। तुलसी सभी तरह के रोगाणु को घर में आने से पहले ही नष्ट कर देती है। यह घर में सुख, शांति और समृद्धि का विकास करती है। इसके नियमित सेवन से किसी भी प्रकार का गंभीर रोग नहीं होता है।

2- हरसिंगार
पारिजात के फूलों को हरसिंगार और शैफालिका भी कहा जाता है। यह वृक्ष जिस भी घर-आंगन में होता है,
वहां हमेशा शांति-समृद्धि बनी रहती है। इसके फूल तनाव हटाकर खुशियां ही खुशियां भरने की क्षमता रखते हैं।

3- श्वेत अपराजिता
यह पौधा धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। संस्कृत में इसे आस्फोता, विष्णुकांता, विष्णुप्रिया, गिरीकर्णी, अश्वखुरा कहते हैं। श्वेत और नीले दोनों प्रकार की अपराजिता औषधीय गुणों से भरपुर है।

4- श्वेतार्क
श्वेतार्क दूधवाला पौधा होता है, जो गणपति का प्रतीक है। वास्तु अनुसार दूध से युक्त पौधों का घर की सीमा में होना अशुभ होता है किंतु श्वेतार्क इसका अपवाद है, जिसे घर के समीप उगा सकते हैं। इससे घर में सुख, शांति और सदैव बरकत बनी रहती है।

5- कनेर
कनेर की तीन तरह की प्रजातियां होती है। एक सपेद कनेर, दूसरी लाल कनेर और तीसरी पीले कनेर। कनेर के पौधे को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। देवी लक्ष्मी को सफेद कनेर के फूल चढ़ाए जाते हैं। पीले रंग के फूल भगवान विष्णु को प्रिय होते हैं।

6- अश्वगंधा
वास्तुशास्त्र के अनुसार अश्वगंधा का पेड़ लगाने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। अश्वगंधा का पेड़ अत्यन्त लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि भी है जिसके कई तरह के लाभ हैं।

7- रजनीगंधा
रजनीगंधा की तीन किस्में होती है। इसका सुगंधित तेल और इत्र भी बनता है। इसके कई औषधीय गुण भी है।

8- नारियल का वृक्ष
मान्यता है कि नारियल का पेड़ सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर है। यह मंगलकारी पेड़ घर के प्रांगण में हो तो धन और समृद्धि बनी रहती है। नारियल के पेड़ के होने से राहु या केतुजनित समस्या नहीं रहती।

9- केले का पेड़
समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा की जाती है। घर की चारदीवारी में केले का वृक्ष लगाना शुभ है। बृहस्पति ग्रह का कारक होने के कारण इसे ईशान कोण में लगाना शुभ है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का भोग लगाया जाता है।

10- लक्ष्मणा
लक्ष्मणा का पौधा भी धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। घर में किसी भी बड़े गमले में इसे उगाया जा सकता है। कहते हैं कि जिस किसी के भी घर में सफेद पलाश और लक्षमणा का पौधा होता है वहां धनवर्षा होना शुरू हो जाती है।

11- क्रसुला ओवाटा
मान्यता है कि इस पौधे को लगाने से यह धन को आकर्षित करता है। फेंगशुई अनुसार क्रासुला अच्छी-ऊर्जा की तरह धन को भी घर की ओर खींचता है। अंग्रेज़ी में इसे जेड प्लांट, फ्रेंडशिप ट्री, लकी प्लांट या मनी प्लांट कहते हैं।

12-  मनी प्लांट
मान्यता है कि इस बेल के घर में रहने से समृद्धि बढ़ती है। मनीप्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना गया है। इस दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनिधि शुक्र हैं।

Saturday, 9 March 2019

What is divine healing ? In

Divine healing is the act of God through the healer and the prayers of the saints where a person is healed physically or delivered from emotional, mental, or spiritual affliction. Most often, it is seen as a physical healing of sickness, such as headache, migraine, gout, diabetes, cancer, diseases, deformities, etc., but it is not restricted to the physical.

Sometimes such healings are accompanied by rituals such as specified prayers and fasting and often by anointing the sick with oil.

 Benefits of Divine Healing

Divine healing promotes relaxation and well-being.

In our day to day dealings we retain small or large amounts of stress that later resurfaces in various form such as:

Muscle tension
Anxiety
Headaches
Injuries
Digestive disorders
and myriad other problems come uninvited, and often overstay their welcome.



Receiving divine healing is a healthy practice that helps:
Built up stress
Calms the mind
Range of motion
Physical pain
Reach your maximum body and potential
Makes it possible to live your day to day life

Monday, 4 March 2019

Vastu-1

The house where the kitchen and bathroom are together, the people living there are not well-being. Along with this life remains unrest. For this, fill the salt in a bowl and keep it in the bathroom.

Sunday, 3 March 2019

Remove the black magic through divine energy


If anybody has any negative energy or witchcraft and wants to get rid of it. So easily get rid of divine energy. All things existed in this world are affected by positive or negative energy. We can not imagine any element that is beyond them. The motive is that magic is also the emission of negative energy, which is effortlessly done with the desire of others' harm. We all know that sorcery is done for its good and harming others as well.

Symptoms of Magic: -

The victim does not have control over self. He can hurt himself in any way. Like Sir give up on the wall Injure yourself with a knife etc. Sometimes such a person takes his life.
Continuous pain in body or body organs
The eyes of the victim are jealous. The body starts to exaggerate in extraordinary, frequent urination.
Heart beat becomes intense. Chest pain is complained.
The nature of the victim becomes irritable and aggressive. Even if it is not so soft in the past.
The face becomes brittle and yellow. The sufferer is often depressed.
Unusual appetite
If you are also troubled by all these symptoms, then you may also have black magic. Black magic can be easily overcome by divine energy. This is a very effective, and fast process.

Tuesday, 26 February 2019

Adopt Himself in Divine Healings, away from obesity in just 21 days.



Obesity is the situation when excessive body fat accumulates on the body to the extent that they start to have harmful effects on health. This age can also decrease the probability. Medical scientists believe that obese people are more likely to have heart related disease. Due to obesity, our brain can also be harmed. Even many life style diseases, such as high blood pressure, diabetes, etc. are due to obesity. Due to obesity, there are many health related problems, including diabetes, cholesterol, hypertension, heart disease, depression, joint osteoarthritis, joint pain, sleep apnea and respiratory problems, urinary stress incontinence, asthma and lung problems and reproductive problems Are.
Perhaps in the past few years, the number of people who considered obesity sick and wanted to get rid of it has increased rapidly.Most of people resort to diet to get rid of obesity. In particular, women start eating very little in the name of dieting. It does not remove obesity, on the contrary, his body becomes weak and due to this weakness, he often becomes a victim of any other disease. And obesity does not go away. Whatever dieting you take, no matter how much treatment you get, it is all in vain. But to remove obesity, Devine Healing is an alternative through which obesity can be easily overcome. Only 21 days of divine healing can be seen in miraculous effects. And within 21 days you can remove your obesity by adopting it. Thanks to all of you.

Sunday, 24 February 2019

Remove your illness through divine energy.


 In today's life, people are facing various kinds of diseases. Whose treatment is not possible with mere drugs. Allopathic medicine not only cures any disease but also suppresses it and also gives a new disease. Side effects of medicines are also very high. But Divine healing is a medium through which any problem of life can be overcome. Through the use of divine energy, any chronic  disease can also be cured completely, and there is no side effect. Therefore, from today itself, you have to adopt the divine healing to fix all your diseases. Thanks to all of you.

Friday, 22 February 2019

Divine Healing

CERTIFIED DISTANT HEALER

DISTANCE HEALING
 AVAILABLE

Namaste

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I'm Dinesh Verma a holistic practitioner of alternative healing and wellness therapies
I provide help with various issues and challenges in life be it emotional, physical, mental, psychological, relationship related, anxiety , stress, overweight,pain, sleeping, childhood issues, negative energy clearing, chakra balancing, space healing, and others.
You can contact me if you or your loved ones need any help.

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All the wellness therapies and healings are personally done by me. I conduct workshop across India.
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.Chakra reading

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